Monday, December 4, 2023

आरती श्री रामायण जी की || Arti Shri Ramayan Ji Ki

 

आरती श्री रामायण जी की 

 

 

आरती 

 

आरती श्री रामायण जी की  |

 

कीरति  कलित ललित सिय -पी की  || 

 

गावत बृह्मादिक मुनि नारद  |

 

बालमीक विज्ञान विशारद  | | 

 

शुक सनकादि शेष अरु शारद  | 

 

बरनी पवनसुत कीरति नीकी  | | आरती  | |

 

गावत वेद पुराण अष्टदस  |

 

छओं  शास्त्र सब ग्रंथन को रस  | | 

 

मुनि -मन धन संतन को सरबस  |

 

सार अंश सम्मत सबही की | | आरती  | |

 

गावत संतत शम्भु  भवानी  | 

 

अरु घट सम्भव मुनि विग्यानि  | |

 

व्यास आदि कविबर्ज  बखानी  |

 

कागभुषुंडि गरुण के ही की   | | आरती  | |

 

कलिमल हरनि विषय रस  फीकी  | 

 

सुभग सिंगार  मुक्ति  जुबती की  | | 

 

दलन रोग भव मूरी अमी की  | 

 

तात माता सब विधि तुलसी की   | | आरती  | |

 

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