Friday, December 8, 2023

प्रातः कालीन प्रार्थना || Good Morning Prayer in Hindi

 

प्रातः कालीन प्रार्थना 

 

 प्रार्थना

 

उठ जाग मुसाफिर भोर भई  , अब रैन कहाँ जो सोवत है  |


जो जागत है सो पावत है ,  जो सोवत है सो खोवत है  | 


उठ  नींद से अंखिया खोल जरा , तू अपने रब से ध्यान लगा  | 


यह प्रीत करन की रीत नहीं ,  रब जागत  है तू सोवत है  |


जो कल करना हो सो अब करले  | 

 

जब चिडियानं  ने  चुग खेत  लिया ,  फिर पछताये क्या होवत है  |

 

नादान भुगत करनी अपनी , है  पापी  पाप में चैन कहां  | 

 

जब पाप की गठरी शीश धरी , तब शीश पकड़ क्यों रोवत है  | 

 

उठ जाग मुसाफिर  भोर भई , अब रैन कहां जो सोवत है  |
               

 

                               

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