Sunday, December 1, 2024

लक्ष्मी जी की आरती - Arti Mata Lakshmi Ji Ki

 

लक्ष्मी जी की आरती

   

- लक्ष्मी माता को धन, वैभव एवं सुख समृद्धि  

  की देवी माना जाता है |  इसी  कारण धन और 

  वैभव की प्राप्ति के लिए माता लक्ष्मी की पूजा की

  जाती है  

 

 

 

आरती 

ओइम जय लक्ष्मी  माता , मइया  जय  लक्ष्मी  माता   |  

 

तुमको  निशदिन सेवत ,  हर  विष्णु  धाता  | | ओइम  | | 

 

उमा  ,  रमा ,   ब्रह्माणी ,  तुम  ही   जग  - माता   | | 

 

सूर्य -चन्द्रमा  ध्यावत  , नारद  ऋषि -गाता  | | ओइम  | |

 

दुर्गा    रूप    निरंजनी , सुख  - सम्पति   - दाता  | 

 

जो कोई तुमको ध्यावत , ऋषि -सिद्धि  धन पाता  | | ओइम  | |

 

तुम  पाताल  - निवासिनी ,  तुम  ही  शुभ    दाता  | 

 

कर्म  - प्रभाव  प्रकाशिनी , भवनिधि   की  त्राता   | | ओइम  | |

 

जिस घर  में   तुम  रहती , तहँ  सब  सदगुण  आता  | 

 

सब  संभव  हो  जाता , मन  नहीं  घबराता  | | ओइम  | |

 

तुम  बिन  यज्ञ   न   होते , बरत  न   हो  पाता  |

 

खान  - पान  का  वैभव  सब  तुमसे  आता   | | ओइम  | |

 

शुभ  - गुण  - मंदिर  सुन्दर ,   क्षीरोदधि  - जाता  | 

 

रतन चतुर्दश  तुमबिन , कोई नहीं  पाता   | | ओइम  | |

 

महालक्ष्मी  जी  की  आरती  जो  कोई  जन  गाता  | 

 

उर  आनन्द  समाता , पाप  उतर  जाता   | | ओइम  | |

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